आईआईटी बाबा के नाम से प्रचलित इस आदमी का पूरा नाम अभय सिंह है। जिन्होंने 3 मार्च 1990 में हरियाणा के झज्जर जिले के सरोली गांव में जन्म लिया था। और 2014 मे आईआईटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त किया।
Life story of IIT baba
* IIT बाबा की कहानी क्या है? :
आईआईटी बाबा का नाम से मशहूर अभय सिंह का जन्म 14 अगस्त 1922 को एक क्वार्टर रियासत के पहले था ठिकाने में हुआ था और उनके पिता मेजर जनरल सर पुकार सिंह थे जो कसी कोटा राज्य के मंत्री थे अभय सिंह ने 20 जनवरी 1934 से अक्टुबर 1940 प्रिंस ऑफ वेल्स रॉयल इंडियन मिलिट्री कौलेज मे पढाई किया।
* बाबा बनने के पीछे की कहानी क्या है? :
इनके बाबा बनने के सबसे मुख्य कारण इन्हें वह घटना जो आध्यात्मिक मार्ग अपनाने के लिए चुनौतियां दे रही थी और सत्य की राह पर चलने के लिए प्रेरित कर रही थी। इसलिए भारतीय संस्था संस्थान बॉम्बे के पूर्व छात्र अभय सिंह महाकुंभ मे ott बाबा के रूप मे प्रसिद्ध हो गए। जहाँ उन्होंने बताया की वे सत्य की खोज मे निकले थे, जहाँ उन्हे अध्यतमवाद की और आकर्षित किया।
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* IIT बाबा की योग्यता क्या है ? :
इन्होंने अपने स्कूल में अव्वल दर्जा प्राप्त कर दसवीं में 93% और 12वीं में 92.4% अंक लाए थे, इसके बाद इन्होंने जेईई 2008 में 731 रैंक ऑल ओवर इंडिया में लाकर 2014 में आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त किया और मुंबई से डिजाइन में मास्टर आईआईटी डिग्री प्राप्त किया।
* IIT वाले बाबा ने अपने कैरियर में क्या किया :
आईआईटी बाबा यानी कि अभय सिंह ने आईआईटी करने के बाद कुछ समय के लिए कनाडा के एक हवाई जहाज निर्माण कंपनी में काम किया था और उसके पहचान उन्होंने बहुत सारे छात्रों को भौतिक का परीक्षक यानी ज्ञान भी दिया था।
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* IIT बाबा की अध्यात्मिक यात्रा कैसे शुरू हुई? :
कनाडा में कोविड -19 के दौरान लॉकडाउन लगने के बाद उनकी आध्यात्मिक में और रुचि जगाने लगे और फिर आईआईटी वाले बाबा ने भ्रमणशैलि, जीवनशैली अपनाई और उज्जैन, हरिद्वार जैसे आध्यात्मिक केंद्रो की खोज करने लगे। हालांकि शुरू में उनके परिवार में उनका समर्थन किया लेकिन अंतत वे उनके आध्यात्मिक झुकाव को लेकर चिंतित होने ललगे। सलिए आईआईटी वाले बाबा ने 6 महीने पहले अपने परिवार से नाता तोड़कर घर छोड़कर चले गए।
* IIT बाबा क्यों बने साधु? :
आईआईटी बाबा को साधु बनने के पीछे बहुत से रहस्य में कहानी है। इन्होंने कनाडा में उच्च वेतन वाली नौकरी करते हुए अवसाद से जूझने के बाद उन्होंने गहन आध्यात्मिक जागृत का अनुभव किया। और इस घटना के बाद अभय सिंह ( iit baba ) को उन्हें भौतिक सफलता के जीवन से अर्थ तलाशने में और आईआईटी बॉम्बे में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के रूप में अपने करियर के बजाय आध्यात्मिक को अपनाने के लिए प्रेरित किया। इसलिए उन्होंने भौतिक में सफल मार्ग को छोड़कर व्यक्तिगत चुनौतियों का सत्य की इच्छा का हवाला देते हैं।
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